तू कही से भी पुकारे गा मुझे,बेखौफ चले आए गे---दुनिया===इस को छोड़ चुके है बरसो पहले,क्यों
इस के नाज़ उठाएं गे----तूने वास्ता दिया है अपनी पाक मुहब्बत का,पर किया है दुःख ज़ाहिर कि दौलत
के ख़ज़ाने ना लुटा पाए गे----कैद रहो गी मेरी मासूम मुहब्बत की राहो मे,सिमटने के लिए जियो गी मेरी
बाहों मे---ओह--बहुत खुशनसीब हू मैं,इस पाक मुहब्बत को पाने के लिए---दौलत की राहो मे वो ख़ुशी,वो
सकूँ कहाँ मिलता ---इसलिए तेरी ही दुनिया मे..तेरे पास बेखौफ चले आए है----
इस के नाज़ उठाएं गे----तूने वास्ता दिया है अपनी पाक मुहब्बत का,पर किया है दुःख ज़ाहिर कि दौलत
के ख़ज़ाने ना लुटा पाए गे----कैद रहो गी मेरी मासूम मुहब्बत की राहो मे,सिमटने के लिए जियो गी मेरी
बाहों मे---ओह--बहुत खुशनसीब हू मैं,इस पाक मुहब्बत को पाने के लिए---दौलत की राहो मे वो ख़ुशी,वो
सकूँ कहाँ मिलता ---इसलिए तेरी ही दुनिया मे..तेरे पास बेखौफ चले आए है----