बांध ना बंधन मे मुझे,आसमाँ को छूना अभी बाकी है----कुछ खाव्हिशे अधूरी है अभी,कुछ रस्मे अदा
करनी अभी बाकी है---ख़ाली ख़ाली है यह ज़िन्दगी अभी,कुछ रंग भरने अभी भी बाकी है----इंतज़ार की
हद होगी कितनी,तन्हाइयो मे इस का हिसाब करना बाकी है----सजने सवरने के दिन कभी तो आए गे
उस से पहले किसी की नज़र उतार ले,यह अहम् मौका आने को अभी तो बाकी है-----
करनी अभी बाकी है---ख़ाली ख़ाली है यह ज़िन्दगी अभी,कुछ रंग भरने अभी भी बाकी है----इंतज़ार की
हद होगी कितनी,तन्हाइयो मे इस का हिसाब करना बाकी है----सजने सवरने के दिन कभी तो आए गे
उस से पहले किसी की नज़र उतार ले,यह अहम् मौका आने को अभी तो बाकी है-----