कभी दुआओ मे ज़ी लिए तो कभी वफाओ मे खुश हो लिए.....दर्द जब जब दस्तक देता रहा,आंसुओ
को कहा अलविदा और ज़िन्दगी को साथ ले लिया...खुशियाँ कहाँ कब हमेशा साथ चलती है,पल दो
पल का सुख दे कर किसी नई राह पे निकल जाती है....कभी सन्नाटा पसर जाता है मन के इस आंगन
मे,तो कभी किसी आहट पे इंतज़ार का मुकाम मिल जाता है...खुद से खुद को वादा दिया,तू कुछ भी
दे मेरी ज़िन्दगी..हम ने हर हाल मे तेरा शुक्राना करना सीख लिया...
को कहा अलविदा और ज़िन्दगी को साथ ले लिया...खुशियाँ कहाँ कब हमेशा साथ चलती है,पल दो
पल का सुख दे कर किसी नई राह पे निकल जाती है....कभी सन्नाटा पसर जाता है मन के इस आंगन
मे,तो कभी किसी आहट पे इंतज़ार का मुकाम मिल जाता है...खुद से खुद को वादा दिया,तू कुछ भी
दे मेरी ज़िन्दगी..हम ने हर हाल मे तेरा शुक्राना करना सीख लिया...