खलल न डाल मेरी इबादत मे,तुझे मेरे रब दा वास्ता है---ख़ामोशी से सही पर रब से मुझे मांग ले
तुझे मेरी चाहत का वास्ता है----कभी ना किया इज़हारे-मुहब्बत कि दिल की धड़कनो ने कहा,रह जा
खामोश तुझे तेरे वज़ूद दा वास्ता है---बस खिल गए तुझे देख कर,सज़दे किये तेरे कदमो की चाप पर
अब तो मेरी इबादत मे तू खुद को शामिल कर ले,तुझे मेरे रब दा वास्ता है---
तुझे मेरी चाहत का वास्ता है----कभी ना किया इज़हारे-मुहब्बत कि दिल की धड़कनो ने कहा,रह जा
खामोश तुझे तेरे वज़ूद दा वास्ता है---बस खिल गए तुझे देख कर,सज़दे किये तेरे कदमो की चाप पर
अब तो मेरी इबादत मे तू खुद को शामिल कर ले,तुझे मेरे रब दा वास्ता है---