कहने के लिए तो यह सारा जहाँ अपना है...पर अपनेपन के नाम पे अपना कोई भी तो नहीं----सितारों
से भरा यह आसमाँ भी तो अपना है,पर एक सितारा कही अपना ही नहीं---मुझे तुम से प्यार है,यह
झूठा भुलावा मिलता है हर जगह से मगर, पर साथ चलने के लिए कोई एक शख्स भी तो नहीं---यह
दुनिया है ख़ुदग़र्ज़ो की,जहा मतलब के लिए लोग रिश्तो को ही बदल जाते है---और दे के दुहाई बदनामी
की अपने दामन को साफ़ कर जाते है----
से भरा यह आसमाँ भी तो अपना है,पर एक सितारा कही अपना ही नहीं---मुझे तुम से प्यार है,यह
झूठा भुलावा मिलता है हर जगह से मगर, पर साथ चलने के लिए कोई एक शख्स भी तो नहीं---यह
दुनिया है ख़ुदग़र्ज़ो की,जहा मतलब के लिए लोग रिश्तो को ही बदल जाते है---और दे के दुहाई बदनामी
की अपने दामन को साफ़ कर जाते है----