ना तब शिकायत थी,ना आज है--सादगी से भरा जीवन कल भी था,तो आज भी बरक़रार है---साथ चलने
का वादा कल भी था,साथ जीने की ख्वाइश आज भी है---बरसो बीत गए साथ छूटे हुए,पर तेरे दिए उस
ताजमहल मे रहने का मन तो आज भी है----खनक चूड़ियो की आज भी बजती है कानो मे मेरे,यह बात
और है कि उन चूड़ियो की धरोहर आज भी तेरी तस्वीर के पास मौजूद है--
का वादा कल भी था,साथ जीने की ख्वाइश आज भी है---बरसो बीत गए साथ छूटे हुए,पर तेरे दिए उस
ताजमहल मे रहने का मन तो आज भी है----खनक चूड़ियो की आज भी बजती है कानो मे मेरे,यह बात
और है कि उन चूड़ियो की धरोहर आज भी तेरी तस्वीर के पास मौजूद है--