आंखे नम ना कर कि ज़िन्दगी फिर न मिल पाए गी..टूट के इतना भी ना चाह मुझ को कि सांसे बिखर
ना पाए गी..चूड़ियो की खनक ताग़ीद करती है कि आ अब बहक ले ज़रा,मौसम यह प्यार का फिर लौट
के ना आए गा....हर वह छोटी सी ख़ुशी ज़ी ले संग मेरे, जो मेरी तेरी राहो को दूर तक साथ ले जाये गी
यह तक़दीर भी अजब शै है जानम,कभी देती है ख़ुशी तो किसी रोज़ झटके से फ़ना भी हो जाये गी .....
ना पाए गी..चूड़ियो की खनक ताग़ीद करती है कि आ अब बहक ले ज़रा,मौसम यह प्यार का फिर लौट
के ना आए गा....हर वह छोटी सी ख़ुशी ज़ी ले संग मेरे, जो मेरी तेरी राहो को दूर तक साथ ले जाये गी
यह तक़दीर भी अजब शै है जानम,कभी देती है ख़ुशी तो किसी रोज़ झटके से फ़ना भी हो जाये गी .....