ज़िन्दगी तुझ से बहुत शिकायते करते रहे है हम---जो मिला उस को भूल कर,जो ना मिला बस उसी
का शिकवा तुझ से करते रहे है हम--फूल कितने ही खिले हमारी राहों मे,पर कांटे बहुत है चुभन देने
के लिए इस के लिए बस तुझ से लड़ते ही रहे है हम--किसी मोड पर जब भी किस्मत हम पे यक़ीनन
मुस्कुराई,अपने दुखो का रोना ही तुझ से रोते रहे है हम---माफ़ करना ज़िन्दगी,बहुत नियामते दी है
तुम ने हमे..बस शुक्राना देने के लिए आज तेरे पास आये है हम----
का शिकवा तुझ से करते रहे है हम--फूल कितने ही खिले हमारी राहों मे,पर कांटे बहुत है चुभन देने
के लिए इस के लिए बस तुझ से लड़ते ही रहे है हम--किसी मोड पर जब भी किस्मत हम पे यक़ीनन
मुस्कुराई,अपने दुखो का रोना ही तुझ से रोते रहे है हम---माफ़ करना ज़िन्दगी,बहुत नियामते दी है
तुम ने हमे..बस शुक्राना देने के लिए आज तेरे पास आये है हम----