आसमाँ मे उड़ने लगे तो ख्याल आया, कि ज़मी तो अपनी है--उसी ज़मी पे एक मेहरबाँ हमारा भी
है---दौलत मिली शोहरत मिली..सपने आँखों मे हज़ारो लिए...ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिली--लोग
कहते है किस्मत हमारी बुलंद है...सितारों से झिलमिल, दामन मे लिपटी हर दुआ हमारे संग है----
किस से कहे,कैसे कहे...दुखो का रेला भी साथ चलता है मेरे...यह बात और है कि रखते है याद कि
ज़मी पे एक मेहरबा हमारी इंतज़ार मे है---
है---दौलत मिली शोहरत मिली..सपने आँखों मे हज़ारो लिए...ज़िन्दगी की हर ख़ुशी मिली--लोग
कहते है किस्मत हमारी बुलंद है...सितारों से झिलमिल, दामन मे लिपटी हर दुआ हमारे संग है----
किस से कहे,कैसे कहे...दुखो का रेला भी साथ चलता है मेरे...यह बात और है कि रखते है याद कि
ज़मी पे एक मेहरबा हमारी इंतज़ार मे है---