खुशबू का डेरा भरा है बातो मे तेरी..तू पलट कर देख सही,तेरी ही राहो मे रखा है यह दिल मेरा....
हज़ारो नगमे बिखरे है फिजाओ मे जैसे,कभी ज़न्नत कभी शोखी निगाहों मे भरी जैसे...हर दिन
तेरे ही इंतज़ार मे डूबा हुआ जैसे,कहते है जिसे खवाब वो देखा तेरी ही आँखों मे मैंने....टीका लगाते
है खुद को तेरी नज़रो से बचाने के लिए,क़ि अहसास क़ी महक है बस बातो मे तेरी....
हज़ारो नगमे बिखरे है फिजाओ मे जैसे,कभी ज़न्नत कभी शोखी निगाहों मे भरी जैसे...हर दिन
तेरे ही इंतज़ार मे डूबा हुआ जैसे,कहते है जिसे खवाब वो देखा तेरी ही आँखों मे मैंने....टीका लगाते
है खुद को तेरी नज़रो से बचाने के लिए,क़ि अहसास क़ी महक है बस बातो मे तेरी....