कुछ तो बोलो...आप की खामाशी से अब डर लगता है---कही बिखर ना जाए जजबात..
सॅभालो खुद को कि अब डर लगता हैै---जिॅदगी मिलती नही बार बार जानम..पलको मे
बॅद हम को कर लो कि जमानेे की रूसवाई से बस डर लगता है---कुछ कदम साथ चलो
मेरे..कुछ कदम हम भी साथ चले तेरे...जिॅॅदगी अब तनहा ना हो..इस बात से कयू डर
लगता है---
सॅभालो खुद को कि अब डर लगता हैै---जिॅदगी मिलती नही बार बार जानम..पलको मे
बॅद हम को कर लो कि जमानेे की रूसवाई से बस डर लगता है---कुछ कदम साथ चलो
मेरे..कुछ कदम हम भी साथ चले तेरे...जिॅॅदगी अब तनहा ना हो..इस बात से कयू डर
लगता है---