Thursday 15 September 2016

सितारों को गिनते गिनते..रात भर हम सो नहीं पाए...तेरी बेवफाई की कहानिया याद करते करते

हम तो रो भी नहीं पाए...ज़माना समझता है की हम बहुत खुश है तेरी मुहब्बत मे..दुनिया जलती

है तेरे मेरे अफसानो की..फसानो की दुहाई दे कर...लब तो हॅसते है मेरे पर दिल बेबसी मे रोता है..

साथ साथ हमकदम है तेरे..पर जीने के लिए सांसे ले ही नहीं पाए...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...