यू तो यह जिॅदगी बहुत इॅतिहान लेेती हैै..कभी देे कर खुुशी हवाओ मे उडा देती है..जीने
की राहो मे खुशनुुमा रॅग बिखेर जाती है...मै हू रॅगीने-वफा तेरी यह एहसास दिला खुद
से जोड लेती है...यकीॅ होता है जब इस की मासूम गुसताखियो पे..तभी सीने को चीरने
की सजा देती है..रूह को रूलाती है...बेखबर बन कर होश पे होश उडाती है..
की राहो मे खुशनुुमा रॅग बिखेर जाती है...मै हू रॅगीने-वफा तेरी यह एहसास दिला खुद
से जोड लेती है...यकीॅ होता है जब इस की मासूम गुसताखियो पे..तभी सीने को चीरने
की सजा देती है..रूह को रूलाती है...बेखबर बन कर होश पे होश उडाती है..