नासाज है मगरूर नही..हुसने-यार है पर दगाबाज नही...परछाई की तरह साथ रहते है
तेरे..पर शक के दायरे मे बॅधा यह पयार नही.....तलाश मे बिता दी सदिया कई हम ने..
तू रहे ऱाजदार मेरा,इस से जयादा खवाहिश भी नही मेरी.....रिशता तो जनमो जनमो
का है..पर सात फेरो से जुडा हो साथ...यह जरूरी तो नही.....
तेरे..पर शक के दायरे मे बॅधा यह पयार नही.....तलाश मे बिता दी सदिया कई हम ने..
तू रहे ऱाजदार मेरा,इस से जयादा खवाहिश भी नही मेरी.....रिशता तो जनमो जनमो
का है..पर सात फेरो से जुडा हो साथ...यह जरूरी तो नही.....