जिॅदगी की तलाश मे जो निकले..तो तुम मिल गए--साॅसे जो उखडी उखडी सी थी..उन
मे धडकन बन के तुम समा गए--आॅखे जब जब नम हुई..तेरी पलको ने इनहे थाम
लिया--थके थके कदमो से जो ढूॅढने लगे खुशी..तेरी बाहो के सहारे ने मेरे आॅचल को
दुआओ से बाॅध दिया--अब समझे जननत तो तुम मे थी..हम बेवजह वीराने मे भटकते
रहे--
मे धडकन बन के तुम समा गए--आॅखे जब जब नम हुई..तेरी पलको ने इनहे थाम
लिया--थके थके कदमो से जो ढूॅढने लगे खुशी..तेरी बाहो के सहारे ने मेरे आॅचल को
दुआओ से बाॅध दिया--अब समझे जननत तो तुम मे थी..हम बेवजह वीराने मे भटकते
रहे--