आ नजऱ उतार दे तेरी,कि यह दुनिया बहुत बुरी है--लगा दे तुझे टीका काला,कि राहो मे
अॅधेरे बहुत गहरे है--चुरा ना ले तेरे चेहरे की रौनक,बेरौनक मुसीबते बहुत भारी है--तेरी
मासूमियत ने हिला रखा है जमाने को,कया कहे तुझ से कि तेरी हर अदा इस जमाने को
कहा लुभाती है--आ लग जा गले मेरे,कि तेरे सदके मै तुझ पे वारी वारी हू--
अॅधेरे बहुत गहरे है--चुरा ना ले तेरे चेहरे की रौनक,बेरौनक मुसीबते बहुत भारी है--तेरी
मासूमियत ने हिला रखा है जमाने को,कया कहे तुझ से कि तेरी हर अदा इस जमाने को
कहा लुभाती है--आ लग जा गले मेरे,कि तेरे सदके मै तुझ पे वारी वारी हू--