Saturday 7 May 2016

दोसतो..आप कितने अचछे है या कितने बुरे..इस का फैसला दुनिया के लोगो पे मत छोडिए.. जो लोग आप के सामने आप की जम कर तारीफ करते है,अकसर पीठ पीछे वही आप की बुराई करते हैै..चापलूसी करने वालो से सावधान रहे..जब जब आप परेशान हो,अपनी मन की बात किसी से ना कह पाए तो एक डायरी के पननो पर सब लिखते जाइए,मन का बोझ बहुत कम हो जाए गा..इन पननो को सुरक्षित रखे और कुछ अरसे बाद इनहे पढे..आप खुद ही महसूस करे गे कि उस परेशानी से आप खुद कैसे निकल आए है..याद रखे यह जिॅदगी हर पल आप का इमतिहान लेने के लिए तैयार बैठी है..खुद पे भरोसा रखे..अपना साथ ना छोडे..अपने जमीर की आवाज सुने..वो कभी गलत नही होता..किसी का बुरा मत सोचे..और हा..मौत के खौफ से जीने मत छोडे..हर सुबह इक नया सॅदेश लाती है..सुने..महसूस करे..शुभकामनाए सब के लिए...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...