अपनी बेेेगुनाही का कोई सबूत नही है पास मेरे..तबाही से भरे उस मॅजर की कोई भी
तसवीर नही है पास मेरे..धुॅधली सी परछाईयो मे खोया है खुद का वजूद मैैैने..टुकडे
किए है हजारो बार उन रॅगीन सपनो के मैने..ऱाज छुपे है गहरे, दिल मे कही अॅदर तक..
बताए तो बताए किस को,अब सब सुनने के लिए कोई नही है पास मेरे....
तसवीर नही है पास मेरे..धुॅधली सी परछाईयो मे खोया है खुद का वजूद मैैैने..टुकडे
किए है हजारो बार उन रॅगीन सपनो के मैने..ऱाज छुपे है गहरे, दिल मे कही अॅदर तक..
बताए तो बताए किस को,अब सब सुनने के लिए कोई नही है पास मेरे....