शाही जिॅदगी के लिए..राजसी ठाट के लिए..खुदा को सजदे नही किए हम ने---खुद के
ईमान को बेचा नही..बेशक दरद के घूूॅट पी लिए हम ने--दुुनिया के हिसाब से जो चल ना
पाए..वीराने को ही आशियाना बना लिया हम ने--नसीब अपने पे रोए नही कभी..बस
अपने एहसासो को,दुनिया के रॅगो मे कभी भिगो नही पाए--
ईमान को बेचा नही..बेशक दरद के घूूॅट पी लिए हम ने--दुुनिया के हिसाब से जो चल ना
पाए..वीराने को ही आशियाना बना लिया हम ने--नसीब अपने पे रोए नही कभी..बस
अपने एहसासो को,दुनिया के रॅगो मे कभी भिगो नही पाए--