खामोशिया तेरी जान ले ले गी मेरी--कुछ तो बोल कि यह उदासिया बेजाऱ कर दे गी
मुझे--यू तो यह दुनिया कभी कभी बहुत खामोश लगती है,इतने शोर-शराबे मे बेवजह
परेशाॅ सी लगती है--तेरा यू उलझे उलझे रहना,यकीकन मेेरी जान पे बन आया है--अब
उदासी छोड यू मुसकुरा देना,आगाज है किस बात का--कुछ तो बोल,कुछ तो बोल-------
मुझे--यू तो यह दुनिया कभी कभी बहुत खामोश लगती है,इतने शोर-शराबे मे बेवजह
परेशाॅ सी लगती है--तेरा यू उलझे उलझे रहना,यकीकन मेेरी जान पे बन आया है--अब
उदासी छोड यू मुसकुरा देना,आगाज है किस बात का--कुछ तो बोल,कुछ तो बोल-------