Tuesday 10 May 2016

जिसमो-जान कयू महक रहे है आज..तेरे आने की इक खबर से ही,बस बहक रहे है आज

पिजॅरे से आजाद कर दिया इन मासूम परिॅदो को आज..खुली वादियो मे खुद को छोड

कर,बस खुदी पे इतरा रहे है आज..कुछ घडिया और..फिर खुले गेसूओ मे तेरी ऊगलियो

की हरकत को महसूस करे गे आज...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...