जिसमो-जान कयू महक रहे है आज..तेरे आने की इक खबर से ही,बस बहक रहे है आज
पिजॅरे से आजाद कर दिया इन मासूम परिॅदो को आज..खुली वादियो मे खुद को छोड
कर,बस खुदी पे इतरा रहे है आज..कुछ घडिया और..फिर खुले गेसूओ मे तेरी ऊगलियो
की हरकत को महसूस करे गे आज...
पिजॅरे से आजाद कर दिया इन मासूम परिॅदो को आज..खुली वादियो मे खुद को छोड
कर,बस खुदी पे इतरा रहे है आज..कुछ घडिया और..फिर खुले गेसूओ मे तेरी ऊगलियो
की हरकत को महसूस करे गे आज...