तुम बदले तो बदली दुनिया..मेरी नजऱ मे बदले यह चाॅद सितारे..लुटा कर पयार तुझ पे
बिखर गए कयू जजबात मेरे...अशक है कि अब बहते ही नही..पतथर की मूरत बने बस
खामोश है बरसो के लिए...ना है शिकवा ना शिकायत करे गे कभी..जिसम मे बसी रूह
के अरमाॅ ही कुचल गए...
बिखर गए कयू जजबात मेरे...अशक है कि अब बहते ही नही..पतथर की मूरत बने बस
खामोश है बरसो के लिए...ना है शिकवा ना शिकायत करे गे कभी..जिसम मे बसी रूह
के अरमाॅ ही कुचल गए...