बहुत रोका..बहुत चाहा..कयू यह छलक गए आॅसू--निभाते निभाते जिॅदगी की साॅसे..
कयू इनही साॅसो से थक गए आॅसू--ना मोल है अब इस जीवन का..हर घडी तेरे दीदार
को अब तरस गए आॅसू--उमर के हर मोड पे तुझे याद करते करते..अब बिखर रहे है
कयू इतने आॅसू--अलविदा कहते कहते बरस रहे है बेतहाशा आॅसू..बेतहाशा आॅसू---
कयू इनही साॅसो से थक गए आॅसू--ना मोल है अब इस जीवन का..हर घडी तेरे दीदार
को अब तरस गए आॅसू--उमर के हर मोड पे तुझे याद करते करते..अब बिखर रहे है
कयू इतने आॅसू--अलविदा कहते कहते बरस रहे है बेतहाशा आॅसू..बेतहाशा आॅसू---