Monday 14 March 2016

वो कहते है कि आप केेे हुसन ने हमे शायर बना दिया--हर कदम जो चलते है हम..इक 

तलबगार बना दिया--खुद से पयार करने लगे है इतना कि आईने मे अपनी ही सूरत को 

तेरा ही निगाहे-बान बना दिया---अब तो यह जान भी हैै हाजिर कि इस जिॅदगी को भी 

हम ने तेरा गुुलाम ही बना दिया---

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...