लमहा लमहा..बने कई साल है-जुडी है कितनी बाते..जुडी है कितनी यादे--हर लमहे का
हिसाब लिखा है कागज के पननो पे--हर पनना दासताॅ सुनाए गा तुमहे..मेरे हर हाल का
--गुजऱी कैसे यह जिॅदगी तेरे बिना..इस बात का ऐलान दिले-नादाॅ कराए गा--मिलना है
तुझ से तेरे उसी आशियाने मे..कि तेरी रूह से जुडा मेरी रूह का हर तार है--
हिसाब लिखा है कागज के पननो पे--हर पनना दासताॅ सुनाए गा तुमहे..मेरे हर हाल का
--गुजऱी कैसे यह जिॅदगी तेरे बिना..इस बात का ऐलान दिले-नादाॅ कराए गा--मिलना है
तुझ से तेरे उसी आशियाने मे..कि तेरी रूह से जुडा मेरी रूह का हर तार है--