किसी ने कहा मेेरे कानो मे हौले से....बनो गी ताउमर मेरी मुहबबत बन के...सजाऊ गा
माॅगा तेरी सिनदूरी शहनाई से..दूू गा दौलत के अॅबार शाही खजाने से...हम हॅस दिए उन
की बातो पे...आॅख भर आई उन की मुहबबत पे..कया करे गे दौलत के खजाने का..कया
करे गे शाही महलो का..बस देना मुझे रूहे मुहबबत..कि तेरी रूह ने ही मुझे पुकारा है...
माॅगा तेरी सिनदूरी शहनाई से..दूू गा दौलत के अॅबार शाही खजाने से...हम हॅस दिए उन
की बातो पे...आॅख भर आई उन की मुहबबत पे..कया करे गे दौलत के खजाने का..कया
करे गे शाही महलो का..बस देना मुझे रूहे मुहबबत..कि तेरी रूह ने ही मुझे पुकारा है...