Wednesday 24 February 2016

तुझे पाने के लिए हर दरद.हर कारवाॅ से गुजर जाए गे--चाहे गे तुझे इतना कि तेरी ही

तकदीर बदल जाए गे--मेरी नूरानी चेहरे पेे फिदा होने वाले..तेरेे सपनो मे आ आ कर

तेेेरा ईमान डगमगा जाए गे--तेरी ही बेेेरूखी को तेरे ही दायरेे से निकाल जाए गे--ना कर

गरूर अपने आप पेे इतना..कि मेरे छूने से तेरे जिसमे-जान बिलकुल ही पिघल जाए गे----

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...