तेरा दिया वो आशियाना,मेरी मुहबबत केे लिए--तेरी इस सौगात पे आज भी कुरबान हैै
तेरे लिए--तू नही साथ मेरे,फिर भी रूह ने तेरी दसतक दी है हर पल..मेरे दिल के लिए--
नही है आज तेरे आशियानेे मे..बेकरारी है बहुत उस मे लौट जाने के लिए--ना रहे तो मर
के रहे गे तेरे उस आशियाने मे---बसाए गे इक नई दुनिया..जो होगी बस तेरे लिए और
मेरे लिए----
तेरे लिए--तू नही साथ मेरे,फिर भी रूह ने तेरी दसतक दी है हर पल..मेरे दिल के लिए--
नही है आज तेरे आशियानेे मे..बेकरारी है बहुत उस मे लौट जाने के लिए--ना रहे तो मर
के रहे गे तेरे उस आशियाने मे---बसाए गे इक नई दुनिया..जो होगी बस तेरे लिए और
मेरे लिए----