हर आॅसू मे इक तसवीर उभरती है..फिर बिखर जाती हैै--यादो के झुरमुट से कोई याद
..बार बार जीने का एहसास दिला जाती है--इसी सैलाब से इक दिन तुझे खोज लाए गे..
अपने अरमानो को तेरी ही आगोश मे सजाए गे--खुदा साथ दे गा..तो पाताल से भी ढूढ
लाए गे--करे गे जिॅदगी का आगाज तुझ से..और अॅजाम भी तेरे साथ दे पाए गे--
..बार बार जीने का एहसास दिला जाती है--इसी सैलाब से इक दिन तुझे खोज लाए गे..
अपने अरमानो को तेरी ही आगोश मे सजाए गे--खुदा साथ दे गा..तो पाताल से भी ढूढ
लाए गे--करे गे जिॅदगी का आगाज तुझ से..और अॅजाम भी तेरे साथ दे पाए गे--