बदल गई कभी जो तेरी निगाहे,ना करे गे गिला तुझ से कभी--उममीदे-वफा का दामन
थामे,यू ही खामोशी से तुझे सजदा कर दूर निकल जाए गे--लोग पूछे गे जब उदासी का
सबब,तो आॅॅसूओ मे तेरा नाम भिगो कर मुसकुराए गे--दरदेे-दिल जब कभी सताए गा,
तो तेरी यादो को सीने से लगा कर इन साॅसो को जीते जाए गे--
थामे,यू ही खामोशी से तुझे सजदा कर दूर निकल जाए गे--लोग पूछे गे जब उदासी का
सबब,तो आॅॅसूओ मे तेरा नाम भिगो कर मुसकुराए गे--दरदेे-दिल जब कभी सताए गा,
तो तेरी यादो को सीने से लगा कर इन साॅसो को जीते जाए गे--