इतनी बेताबी मेरे पयार की..वललाह..मैने देखी नही--मुझे दिल मे जगह दी..यह जगह
किसी जननत से कम तो नही--आज जिस मुकाम पेे है..तेरी ही दुआओ की सरगोशिया
तो नही--दिल के टुकडे कभी कर ना देना..कि इस घर से जाने की अब खवाहिश भी नही
किसी जननत से कम तो नही--आज जिस मुकाम पेे है..तेरी ही दुआओ की सरगोशिया
तो नही--दिल के टुकडे कभी कर ना देना..कि इस घर से जाने की अब खवाहिश भी नही