ऱाज है बहुत गहरा इस दिल मे,ना बताए गे उनहे----कदमो की आहट मे छिपा है
इनतजाऱ कितना,कयू बताए गे उनहे---पऱिनदे उडे तो सुुबह होने का खय़ाल आया हमे,
किस लिए रात भर जागे-यह भी ना बताए गे उनहे----झॅकार पायल की बजती रही रात
के अॅधेरे मे,पुकार रही है तुमहे---आओ गे तो खुद ही जान जाओ गे इनहे----
इनतजाऱ कितना,कयू बताए गे उनहे---पऱिनदे उडे तो सुुबह होने का खय़ाल आया हमे,
किस लिए रात भर जागे-यह भी ना बताए गे उनहे----झॅकार पायल की बजती रही रात
के अॅधेरे मे,पुकार रही है तुमहे---आओ गे तो खुद ही जान जाओ गे इनहे----