Wednesday 9 December 2015

मेेेरे चेहरे पे लिखी है तेरी चाहत की किताब--हर पनने पे लिखा है तेरे नाम से जुडा मेरा

हर अलफाज--मेरी वफाओ को समभाला है इन पननो ने--कल गर मै ना रहू इस दुनिया

मे,इस किताब के पननो मे मिले गा मेरा नाम तेरे नाम के साथ----मेरी जिनदगी की

आखिरी साॅस को सलाम देती रहे गी--तेरी चाहत की किताब---

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...