Thursday 31 December 2015

तेरी चाहत के लिए-वही रॅगत वही शोखी-वही चेहरे का नूर--कुछ नही बदला है,ना कुछ

बदले गा--तेरे जाने के बाद----खुद की सलामती मे गुजारा है यह वकत मैने--तेरे जाने

के बाद----दुनिया कया कहती है मुझे,फिकर नही इन बातो की आज---आना है तेरे पास

तेरी वही सदाबहार जानम बन कर--वादा जो तुझ को दिया मैने,निभा रहे है आज भी---

तेरे जाने के बाद-----

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...