Wednesday 4 November 2015

अपने सभी दोसतो को सुबह का नमसकार---दोसतो भगवान् को  जब मन की गहराई

से याद किया जाता है,सममान के फूल दिए जाते है-यकीकन आप के जीवन मे,आप वो

सकून पाते है-जो इस दुनिया मे कोई इनसान आप को नही दे सकता--बस मन आतमा

साफ रखिए-जय साई राम----खुश रहे-मसत रहे---

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...