मनिजल तय करने वाले थे,कि तूफाॅ ने बरबाद कर दिया---समभलते तब तक,कि वकत
ने आसमाॅ से धरती पे पटक दिया--थरथराते लबो सेे जो हाथ उठाए दुआ के लिए,मासूम
सी जिनदगी ने रासता रोक दिया---आज यह आलम है-कि ना जमीॅ पे है ना ही आसमाॅ
की बुलनदियो के साथ---नजऱ भर देखने के लिए सारे नजाऱे दूर कर दिए----
ने आसमाॅ से धरती पे पटक दिया--थरथराते लबो सेे जो हाथ उठाए दुआ के लिए,मासूम
सी जिनदगी ने रासता रोक दिया---आज यह आलम है-कि ना जमीॅ पे है ना ही आसमाॅ
की बुलनदियो के साथ---नजऱ भर देखने के लिए सारे नजाऱे दूर कर दिए----