कही धोखे-कही फरेब-तो कही पयार का मायाजाल----कदम कदम पर ले रही जिनदगी
हमारे सबर के इमतिहान---ना शामिल है चाहत की इन रॅगानियो मे-ना शामिल है इन
बगावत की उलझनो मे---इक दुनिया है मेरी,जो जुडी है इबादत मे तेेरी---खामोशियो को
जो समझे,निगाहो के पानी को जो जाने,दिलो को जो जोड कर रख दे----बस इतनी सी
है मेरी कहानी-----------
हमारे सबर के इमतिहान---ना शामिल है चाहत की इन रॅगानियो मे-ना शामिल है इन
बगावत की उलझनो मे---इक दुनिया है मेरी,जो जुडी है इबादत मे तेेरी---खामोशियो को
जो समझे,निगाहो के पानी को जो जाने,दिलो को जो जोड कर रख दे----बस इतनी सी
है मेरी कहानी-----------