Saturday 4 July 2015

चूडियाॅ जो खनका दे गे,तो नीॅद से जाग जाओ गे--बज जाए गी गर पायल,तो खवाबो

से निकल आओ गे---समभाले बैठे है खुद को दामन मे ऐसे,कि साॅसे भी चले तो आहट

ना हो ऐसे----हो ना कि घुलने लगे तेरी साॅसे मेरी साॅसो मे ऐसे--कि समनदऱ मे किशती

डुबने लगी हो जैसे------

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...