शायरी------जिनदगी के हर रूप को बयान करती है-----सुख-दुख---खुशी-गम----हर पहलू को बयान करती है----
मेरी शायरी के हर रूप को पसनद करने का तहे दिल से शुकरीया---शुकरीया
मेरी शायरी के हर रूप को पसनद करने का तहे दिल से शुकरीया---शुकरीया
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...