रिशता सात कदमो का नही-सात जनमो का है---फिर कभी पास रहो या दूर-इतमीनान
सिरफ फरजो का है---बेवफाई की उममीद ना तुम से है-ना हम ही ऐसा कर पाए गे----
कयो कि मुहबबत का फरमान दोनो का है---खुदा को पुकारे गे तुम से मिलने के बाद--
कि जिनदगी मे इनतजाऱ अब नजारो का है------
सिरफ फरजो का है---बेवफाई की उममीद ना तुम से है-ना हम ही ऐसा कर पाए गे----
कयो कि मुहबबत का फरमान दोनो का है---खुदा को पुकारे गे तुम से मिलने के बाद--
कि जिनदगी मे इनतजाऱ अब नजारो का है------