आज एक कहानी तेरी है, कल मेरी भी होगी...यही लफज कहेे थे तुम ने,जब बरबाद
हुई थी मेरी जिनदगानी..टुकडो मे बॅटी थी साॅसे मेरी,तो तुमहारी साॅसो ने समभाली थी
राहे मेरी..आज जब समभल चुके है,उन जखमो से...तुम कहतेे हो......बस--मेरी अपनी
भी है एक जिनदगानी................
हुई थी मेरी जिनदगानी..टुकडो मे बॅटी थी साॅसे मेरी,तो तुमहारी साॅसो ने समभाली थी
राहे मेरी..आज जब समभल चुके है,उन जखमो से...तुम कहतेे हो......बस--मेरी अपनी
भी है एक जिनदगानी................