Tuesday 3 February 2015

तेरी राहो से जब जब गुजरते है हम..तेरे ही कदमो के निशाॅ पे पाॅव रखते है हम....

जानते है कि जिस दिन जानो गे,तेरी राहो से अकसर गुजरते है हम..तुम इन राहो से

दूर निकल जाओ गे..याद रखना जुदाई मे तेरी हम बरबाद हो जाए गे.रह जाए गे सिरफ

लफज और हम कही दूर-बहुत दूर चले जाए गे........

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...