तेरे ही साथ जीना चाहते थे जीवन..पर जी नही पाए...तेरे ही साथ रहना चाहते थे..पर
रह नही पाए...तेरे साथ जो किए थे वादे..निभा नही पाए...कुदरत ने किया जो जुदा..
उस का सामना भी हम कर नही पाए..वकत की मार को भी हम सह नही पाए...पर
तनहाॅ है यह सोच कर.....कि जब जुदाई मे जिनदा है...तो जिनदा इनतजाऱ मेे भी रहे गे
...कि मौत के बाद जो जनम होगा..उस मे तेरे साथ..तेरा साथ निभा जाए गे...
रह नही पाए...तेरे साथ जो किए थे वादे..निभा नही पाए...कुदरत ने किया जो जुदा..
उस का सामना भी हम कर नही पाए..वकत की मार को भी हम सह नही पाए...पर
तनहाॅ है यह सोच कर.....कि जब जुदाई मे जिनदा है...तो जिनदा इनतजाऱ मेे भी रहे गे
...कि मौत के बाद जो जनम होगा..उस मे तेरे साथ..तेरा साथ निभा जाए गे...