Monday 19 January 2015

हम ने आप को इतना चाहा..इतना चाहा....कि आप के लिए यह दुनियाॅ,यह जहान...

सब छोड डाला...आप की खातिर खुद को भी बदल डाला...कहते है पयार मे जब हो बेहद

ताकत...तो राहे आसाॅ हो जाती है..खुदा की इबादत की तरह..मुहबबत मे फना हो जाती

है..कहानी किसमत की नही जानी हम ने..जाना तो इतना जाना हाथो की लकीरो से

आप को चुराया है हम ने....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...