Friday 12 December 2014

तुझे देखा नही कभी पर खवाबो मे पाया है..तुझ से मिले नही कभी,पर इन नजाऱो मे

पाया है..इबादत जब भी की है खुदा की हम ने,उन के चरणो मे झुक जाने के बाद,तुझे

ही नवाजा है..यह मुहबबत है मेरी तेरे लिए या फिर सदियो का नाता है,नही जानते..

पर अभी तक जिसे भी देखा है,तेरा अकस कही नजर नही आया है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...