Tuesday 4 November 2014

तुझे खोने के बरसो बाद,यह जाना कि आज हम इस जिनदगी से ही बेगाने हो गए है...

हर धरम निभाने के बाद,यह जाना कि इसी जिनदगी से ही दूर हो गए है...वो तेरे दूर

जाने का गम,तेरे करीब होने का एहसास दिलाता है...मिले गे जननत मे,उस बात को

याद कर के तुझ से मुलाकात होने का एहसास दिलाता है..इस से परे इक दुनियाॅ और

भी है,यह सोच कर यह मन गुनगुनाने लगता है.....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...