बरस पेे बरस निकल गए तुझे रूखसत हुए....पर तेरी रूह ने मेरा साथ नही छोडा.....
दुनियाॅ हमे तेरा दीवाना समझती है....पर हम ने दुनियाॅ को कुछ नही माना....वो
दुनियाॅ जिस ने हजारो जिललते हमे दे डाली....पर तेरी रूह ने हमे अपनी रूह मे बदल
डाला....डरते नही किसी मुसीबत से,कि तेरे लिए अब यह रूह भी दाॅव पे है....
दुनियाॅ हमे तेरा दीवाना समझती है....पर हम ने दुनियाॅ को कुछ नही माना....वो
दुनियाॅ जिस ने हजारो जिललते हमे दे डाली....पर तेरी रूह ने हमे अपनी रूह मे बदल
डाला....डरते नही किसी मुसीबत से,कि तेरे लिए अब यह रूह भी दाॅव पे है....