Sunday 7 September 2014

उसूलो सेे जोडी है जिनदगी..मलाल इस का नही है...इन उसूलो को कोई समझ नही

पाया,दरद तो इस बात का है....हम उसूलो को तोड नही पाए....इसलिए इस दुनिया मे

जी नही पाए....पर इस दुनिया से दूर हो गए इतना..जो भी ठूूठे गा ना जान पाए गा कि

हम वीरानो मे खो गए कितना.....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...