Saturday 6 September 2014

हर रात से पहले खवाब बस तेरा ही है..पलके जो भीगी उन मे पानी भी तेरी यादो का

है....हर करवट पे तेरी पनाहो का एहसास होता है...तू साथ है मेरे..मेरी जिनदगी को

एहसास होता है....सुबह भी आए गी...तेरी शोख नजऱो की तरह...हम फिऱ से जी उठे

गे तेरी मुहबबत मे एक खुशबू की तरह......

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...