कोई वादा नही किया तुुम सेे...फिर भी हर रसम निभा जाए गे...दुनियाॅॅ कया कहती है
हम को..हर दीवार को तोड जाए गे...वो रिशता ही कया जो डर जाए तूफानो से....यह
जनून है एेसी दासताॅॅॅ का....जो रूह की बुुलनदियो तक पहुॅच जाए गा......
हम को..हर दीवार को तोड जाए गे...वो रिशता ही कया जो डर जाए तूफानो से....यह
जनून है एेसी दासताॅॅॅ का....जो रूह की बुुलनदियो तक पहुॅच जाए गा......